गोेद लिए गांवों का भ्रमण कर रिपोर्ट दें अधिकारी : डीएम
रिपोर्ट- राजेन्द्र कुमार
गोण्डा।जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने गांवों को सुुपोषित बनाने के लिए गोद लेने वाले समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गांव गोद लेने वाले अधिकारी किसी निर्धारित दिवस पर जिस दिन केन्द्र पर वी0एच0०एस०एन0डी0 का आयोजन हो अर्थात बुधवार या शनिवार को गोद लिये गांव का भ्रमण कर लें तथा उसकी आख्या जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में जमा करा दें, ताकि गोद लिये गांव को समयबद्ध रूप से कुपोषण मुक्त घोषित किया जा सके। इसके साथ ही जनपद में आंगनवाड़ी केन्द्रों के अनारम्भ कार्यों को तत्काल प्रारम्भ कराने के निर्देश डीपीओ व कार्यदायी संस्था को दिए हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि 30 सितम्बर के पश्चात यदि कोई केन्द्र अपूर्ण रहता है तो सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी ।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 46 गांव सुपोषित बनानेे हेतु 23 जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए हैं। उन्होंने गांव गोद लेने वाले अधिकारियों, जिला कार्यकम अधिकारी व सीडीपीओ को निर्देश दिए हैं कि सैम व मैम बच्चों का चिन्हांकन कर रिपोर्ट दें। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 3729 सैम व मैम बच्चे चिन्हांकित हैं, जिसमें कुल 607 बच्चों के पोषण में सुधार माह जुलाई तक किया गया है। अवशेष बच्चों के पोषण में सुधार हेतु अनुपूरक पोषाहार का वितरण कर तथा इन बच्चों के अभिभावकोें को नियमित रूप से बच्चों के खान-पान तथा गम्भीर रूप से कुपोषित बच्चों को जिला चिकित्सालय स्थित पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्ती कराकर इलाज कराने हेतु सलाह दी जा रही है, किन्तु कोविड -19 महामारी के कारण अभिभावक बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने को तैयार नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि माह सितम्बर में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाये जाने के निर्देश शासन से प्राप्त प्राप्त हुए हैं जिसके क्रम में माह सितम्बर में सैम/मैम बच्चों के चिन्हांकन किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे बच्चों के पोषण स्तर में सुधार होगा।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि समस्त निर्माणाधीन व अनारम्भ आंगनवाड़ी भवनों को पूर्ण तथा हस्तगत कराकर अवगत करायें। बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2016-17, 2017-18 एवं 2018-19 के 29 केन्द्र अपूर्ण हैं, जिनको पूर्ण करने की कार्यवाही की जा रही है तथा 64 केन्द्र पर रंगाई-पोताई ( फिनिसिंग) का कार्य चल रहा है। जनपद में वित्तीय वर्ष 2019-20 के कुल 157 आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माण हेतु स्वीकृत हैं, जिसके सापेक्ष 40 केन्द्रों पर निर्माण प्रारम्भ नहीं हुआ है. 29 केन्द्र नींव स्तर पर, 28 केन्द्र प्लिंथ स्तर पर, 14 लिंटर स्तर, 26 छत स्तर, 19 फिनिसिंग व 1 केन्द्र पूर्ण हो चुका है। जिन केन्द्रांे पर कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ है, वहां पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा साप्ताहिक बैठक करते हुए खण्ड विकास अधिकारियों को कार्य शीघ्र आरम्भ कराने के निर्देश जारी किये गये हैं। जिलाधिकारी ने बाल विकास विभाग, ग्राम विकास विभाग तथा ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केन्द्रांे की सूचना प्रतिदिन उन्हें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।