रंगबाज सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील पटेल का तर्क -:शपथ और सौगंध को अलग- अलग कीजिये
लखनऊ( आरिफ /PNS):
शपथ ज्यादाता सरकार कामों में ईमानदारी दिखाने के लिए धर्म से जोड़ कर ली जाती है ।
सरकारी कामो के लिए ईश्वर या भगवान को आगे किया जाता है और लगातार ये झूठ व गलत काम किये जाते हैं ।
सौगंध सदा सच और झूठ के लिए नहीं बल्कि कर्तव्यों के पालन के लिए ली जाती है ।
अदालतों में व सदनों झूठ पर झूठ बोला जाता है नेता ही कसम खाता है नेता ही शपथ ही लेता है गबन पर गबन को करता है ।
सरकार पूर्ण रूप से संविधान के अनुसार नही चलती है न संविधान का पालन करती है किसान बिल बनाने तमान समय व पैसा बर्बाद हुआ फिर उसको क्यो निरस्त कर दिया गया कौन जिम्मेदार है ?? आरक्षण 50% से ज्यादा नही होना चाहिए का उपहास उड़ाया जा रहा है कही 60% कही 65% तक दिया जा रहा है । सरकारी कर्मचारियों के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ेंगे को लागू नही किया गया । तमाम सरकारों ने संविधान का उपहास उड़ाया है ।
उच्चतम न्यायालय “संविधान की भावना” की व्याख्या करता है सरकार भावनाओ के साथ खिलवाड़ करतीं हैं ।
कार्यक्रम के पश्चात सुभाष चंद्र बोष प्रतिमा तक पैदल मार्च निकाला गया ।
“शपथ नही सौगंध” लो “संविधान में परिवर्तन” करो । रंगबाज सेना की मिसन को सफल बनाइये ।
मोदी के संविधान बदलने में साथ दीजिये ।
ये राजनीति नहीं मेरे भाई सच और गलत का अंतर समझिए राष्ट्र निर्माण में साथ दीजिये ।
कार्यक्रम में अडिशनल एडवोकेट जनरल कुल्दीपपति परिपाठी, पूर्व आईएएस वीपी सिंह, वरिष्ठ पत्रकार के के वत्स व राजीव आहूजा, राजनीतिज्ञ मुर्तजा अली के अलावा रंगबाज सेना के महासचिव आदर्श मिश्रा आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये व सैकड़ो लीगी ने भाग लिया ।